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Definition and agents of soil erosion and water erosion

Definition and agents of soil erosion and water erosion ( मृदा अपरदन और जल अपरदन की परिभाषा और कारक ):- Soil Erosion ( मृदा अपरदन ):-   Definition ( परिभाषा ):-   Soil erosion is the process by which the top layer of soil is removed or displaced from its original location by natural forces such as wind, water, or human activity. It is a form of land degradation that can lead to loss of fertile soil, reduced agricultural productivity, and environmental imbalances. (मृदा अपरदन वह प्रक्रिया है जिसमें मृदा की ऊपरी परत प्राकृतिक बलों जैसे पानी, हवा या मानव गतिविधियों के कारण हट जाती है या अपनी मूल स्थिति से विस्थापित हो जाती है। यह भूमि के क्षरण का एक रूप है, जो उपजाऊ मृदा की हानि, कृषि उत्पादन में कमी और पर्यावरणीय असंतुलन का कारण बनता है।) Agents of Soil Erosion ( मृदा अपरदन के कारक ):- i. Water ( पानी ):-  Water is one of the primary agents of soil erosion. It can erode soil through several mechanisms: (पानी मृदा अपरदन का एक मुख्य कारक है। यह कई तरीकों से मृदा का क्षरण करता...