Advances in Hybrid Seed Production in Pearl millet Crop
UPDATED ON:- 01-01-2024
बाजरा फसल में संकर बीज उत्पादन (Hybrid Seed Production in Pearl millet Crop):-
· प्राकृतिक रूप से बाजरा एक परपरागित फसल है।
(Naturally Pearl millet is a cross pollinated crop.)
· बाजरा में संकर बीज उत्पादन के लिए तीन वंशक्रम तन्त्र का उपयोग किया जाता है। इस विधि में 3 प्रकार के वंशक्रम उपयोग किए जाते हैं –
(Three line system is used for hybrid seed production in Pearl millet. There are 3 types of lines used in this method -)
i. A – line (नर बंध्य वंशक्रम)
[Male Sterile Line]
ii. B – line (अनुरक्षक वंशक्रम)
[Maintainer Line]
iii. R – line (पुन: स्थापक वंशक्रम)
[Restorer Line]
संकर बीज उत्पादन (Hybrid Seed Production):-
तीन वंशक्रम विधि द्वारा बाजरा में संकर बीज उत्पादन के लिए CGMS का उपयोग किया जाता है। नर बंध्य कोशिकाद्रव्य के स्त्रोत के रूप में tift 23A का उपयोग किया जाता है जिसे G. W. Burton के द्वारा पहचाना गया था। संकर बीज उत्पादन के 2 मुख्य चरण हैं –
(CGMS is used for hybrid seed production in Pearl millet by the three-line system. Tift 23A is used as a source of male sterile cytoplasm which was identified by G. W. Burton. There are 2 main steps of hybrid seed production -)
1. जनक वंशक्रमों का अनुरक्षण (Maintenance of Parental Lines)
2. वाणिज्यिक संकर बीज उत्पादन (Commercial Hybrid Seed Production)
1. जनक वंशक्रमों का अनुरक्षण(Maintenance of Parental Lines):-
इसमें जनक वंशक्रमों का आधार बीज उत्पादन किया जाता है।
(In this, the foundation seed production of parental lines is done.)
a. A – line का अनुरक्षण (Maintenance of A - line):-
Ø इसके लिए A – line का क्रॉस B – line से कराया जाता है।
(For this, the cross of A-line is done with B-line.)
Ø बाजरा की अन्य किस्म के प्लॉट से 1000 मीटर पृथक्करण दूरी रखी जाती है।
(1000 m isolation distance is maintained from plots of other varieties of Pearl millet.)
Ø नर व मादा जनक पंक्तियों का अनुपात (B : A) 2 : 4 रखा जाता है। प्लॉट के चारों ओर नर जनक पौधों (B - line) की 4 - 6 सीमान्त पंक्तियाँ उगाई जाती हैं।
[The ratio of male and female parent rows (B: A) is kept 2: 4. 4 - 6 border rows of male parent plants (B - line) are grown around the plot.]
Ø दोनों A व B – lines समजीनी होती हैं जिससे दोनों में एक ही समय पर पुष्पन होता है। अर्थात यहाँ पुष्पन तुल्यकालिक होता है।
(Both A and B - lines are isogenic, so that both lines flowers at the same time. That is, the flowering here is synchronous.)
Ø भौतिक मिश्रण से बचाव के लिए नर जनक पंक्तियों (B - line) को पहले काटकर हटा दिया जाता है। बाद में परिपक्वता के पश्चात बीज केवल A – line पंक्तियों के पौधों से ही एकत्रित किए जाते हैं जो A – line वंशक्रम को दर्शाते हैं।
(The male parent lines (B - line) are first harvested and removed to avoid physical mixing. After maturation, the seeds are collected only from plants of the A-line rows that represent the A-line.)
b. B – line का अनुरक्षण (Maintenance of B - line):-
इसका अनुरक्षण सामान्य किस्म के समान पृथककृत खेत में उगाकर किया जाता है। पृथक्करण दूरी 1000 मीटर रखी जाती है। परिपक्वता के पश्चात बीजों को एकत्रित कर लिया जाता है।
(It is maintained by growing in an isolated field just like the normal variety. The isolation distance is kept 1000 meters. The seeds are collected after maturity.)
c. R – line का अनुरक्षण (Maintenance of R - line):-
इसका अनुरक्षण भी सामान्य किस्म के समान पृथककृत खेत में उगाकर किया जाता है। पृथक्करण दूरी 1000 मीटर रखी जाती है। परिपक्वता के पश्चात बीजों को एकत्रित कर लिया जाता है।
(It is also maintained by growing in an isolated field just like the normal variety. The isolation distance is kept 1000 meters. The seeds are collected after maturity.)
2. वाणिज्यिक संकर बीज उत्पादन (Commercial Hybrid Seed Production):-
इसमें संकर प्रमाणीकृत बीज का उत्पादन किया जाता है।
(Hybrid certified seeds are produced in this step.)
Ø इसके लिए A – line का क्रॉस R – line से कराया जाता है।
(For this, the cross of A-line is done with R-line.)
Øबाजरा की अन्य किस्म के प्लॉट से 200 मीटर पृथक्करण दूरी रखी जाती है।
(Isolation distance of 200 m is kept from plots other varieties of Pearl millet.)
Ø रोपण अनुपात (Planting Ratio):- नर व मादा जनक पंक्तियों का अनुपात (R : A) 2 : 4 रखा जाता है। प्लॉट के चारों ओर नर जनक पौधों (R – line) की 4 - 6 सीमान्त पंक्तियाँ उगाई जाती हैं।
(The ratio of male and female parent rows (R: A) is kept 2: 4. 4 - 6 border rows of male parent plants (R - line) are grown around the plot.)
Ø पुष्पन तुल्यकालन (Synchronization of Flowering):- यहाँ A – line पौधों व R – line पौधों में पुष्पन तुल्यकालिक नहीं होता है। अर्थात नर व मादा जनक पौधों में पुष्पन अलग – अलग समय पर होता है।
(Flowering is not synchronous here in A-line plants and R-line plants. That is, flowering occurs at different times in male and female parent plants.)
i. यदि पुष्पन के समय में अन्तर 3 - 4 दिन का है तो देरी से पुष्पन वाले जनक पौधों पर 2 – 3 दिन के अंतराल पर 2 – 3 बार 2% यूरिया विलयन का स्प्रे किया जाता है। जिससे उसमें पुष्पन जल्दी हो जाता है।
(If the difference in flowering time is 3 - 4 days, then 2% urea solution is sprayed on late flowering parent plants 2-3 times at the 2–3 days interval. Due to which the flowering in it becomes quick.)
ii. यदि पुष्पन के समय में अन्तर 1 सप्ताह या उससे अधिक का है तो बीजाई दिनांक को समायोजित किया जाता है।
(If the difference in flowering time is 1 week or more, then the sowing dates are adjusted.)
Ø संकर बीज एकत्रण (Hybrid Seed Collection):- भौतिक मिश्रण से बचाव के लिए नर जनक पंक्तियों (R - line) को पहले काटकर हटा दिया जाता है। बाद में परिपक्वता के पश्चात केवल A - line पौधों से बीज एकत्रित किए जाते हैं जो संकर बीज होते हैं।
(The male parent plant rows (R - line) are first harvested and removed to avoid physical mixing. After maturation, seeds are collected only from A-line plants which are hybrid seeds.)
Advances:- बाजार में उपलब्ध संकर बीज बहुत अधिक महंगा होता है क्योंकि इसका उत्पादन खर्च बहुत अधिक होता है। संकर बीज के मूल्य को कम करने के लिए संकर बीज उत्पादन में जिन उन्नत तकनीकों का उपयोग किया जाता है, Advances कहलाती हैं। इन तकनीकों के उपयोग से 2 प्रकार से संकर बीज का मूल्य कम कर सकते हैं -
(Hybrid seed available in the market is very expensive because its production cost is high. Improved techniques, which are used in hybrid seed production to reduce the price of hybrid seeds are called Advances. By using these techniques we can reduce the price of hybrid seeds in 2 ways -)
i. उपज को बढ़ाकर (By increasing yield)
ii. उत्पादन खर्च को घटाकर (By reducing production cost)
1. Staggered sowing
2. Adjustment of flowering date
3. Irrigation adjustment
4. Jerking
1. Staggered sowing:-
संकर बीज उत्पादन के लिए नर व मादा जनक पौधों में पुष्पन का तुल्यकालन आवश्यक होता है। इसके लिए नर व मादा जनक पौधों की बुवाई के मध्य कुछ दिनों का अंतराल रखा जाता है। बुवाई दिनांक में समायोजन की इस प्रक्रिया को Staggered sowing कहते हैं।
(The synchronization of flowering in male and female parent plants is necessary for hybrid seed production. For this, an interval of few days is kept between the sowing of male and female parent plants. This process of adjusting the sowing date is called Staggered sowing.)
Ø GHB – 558:- मादा जनक पौधों को 8 – 10 दिन पहले बोते हैं।
(Female parents plants are sown 8 - 10 days in advance.)
2. Adjustment of flowering date:- देरी से पुष्पन वाले जनक के पौधों पर 2% DAP या 2% यूरिया विलयन का स्प्रे करते हैं जिससे उसमें पुष्पन जल्दी हो जाता है।
(Spray 2% DAP or 2% urea solution on late flowering parent plants, which leads to early flowering.)
3. Irrigation adjustment:- यदि जल्दी पुष्पन वाले जनक के पौधों की एक सिंचाई को रोक देते हैं जिससे उसमें पुष्पन देरी से होता है।
(If one irrigation of early flowering parent is stopped, it results in delayed flowering.)
4. Jerking:- यह रोपण के 20 – 25 दिन बाद अथवा प्रत्यक्ष बुवाई के 30 – 40 दिन बाद की जाती है। इस प्रक्रिया में शुरुआती टिलर्स की जल्दी बनने वाली पैनिकल्स को हटा दिया जाता है जिसके फलस्वरूप बची हुई टिलर्स में एकरूप पुष्पन होता है।
(It is done 20 - 25 days after planting or 30 - 40 days after direct sowing. In this process, the early forming panicles of the initial tillers are removed, resulting in uniform flowering of the remaining tillers.)
Specialty with pearl millet in synchronization:- बाजरा में पुष्पन के तुल्यकालन की समस्या कम होती है। इसके निम्न कारण हैं –
(The problem of synchronization of flowering in millet is less. The reasons for this are -)
Ø टिलरिंग स्वभाव (Tillering habit)
Ø परागकणों की सतत सप्लाई (Continuous pollen supply)
Ø कम परागकण भार (Less pollen weight)
Ø परागकणों का उडान क्षमता (Flying ability of pollens)
Ø लम्बी परागकण जीवन क्षमता व वर्तिकाग्र ग्राहिता
(Long pollen viability and stigma receptivity)