Cell Division - Meiosis
UPDATED ON:- 01-01-2024
अर्धसूत्री विभाजन (Meiosis):-
· ‘Meiosis’ शब्द Farmer व Moore ने 1905 में दिया था।
(The term 'Meiosis' was given by Farmer and Moore in 1905.)
· एक कोशिका के अर्धसूत्री विभाजन से 4 पुत्री कोशिकाएं बनती हैं।
(The meiotic division of one cell produces 4 daughter cells.)
· यह केवल द्विगुणित कोशिकाओं में ही होता है।
(It occurs only in diploid cells.)
· पुत्री कोशिकाओं में गुणसूत्रों की संख्या जनक कोशिका से आधी रह जाती है।
(The number of chromosomes in daughter cells is reduced to half that of the parent cell.)
· यह जीवों में युग्मकों का निर्माण करता है।
(It forms gametes in organisms.)
· यह जीवों की जर्म कोशिकाओं में होता है।
(It occurs in the germ cells of living organisms.)
· DNA replication S – प्रावस्था में केवल एक बार होता है।
(DNA replication occurs only once in the S-phase.)
· इसमें समजात गुणसूत्र आपस में युग्मन करके जीन विनिमय करते हैं।
(In meiosis, homologous chromosomes make pairs and show crossing over.)
Meiosis – I:-
1. Prophase – I:-
· लम्बी व अधिक जटिल प्रावस्था है।
(It is a longest and more complex phase.)
· गुणसूत्र व्यवहार के आधार पर 5 उप-अवस्थाओं में विभाजित किया गया है –
(On the basis of chromosome behavior, it is divided into 5 sub-phases –)
i. Leptotene
ii. Zygotene
iii. Pachytene
iv. Diplotene
v. Diakinesis
i. Leptotene:-
Ø क्रोमेटिन तंतुओं के संघनन से गुणसूत्र बनने लगते हैं।
(Chromatin fibers condense to form chromosomes.)
Ø केन्द्रक बड़ा हो जाता है।
(The nucleus becomes larger.)
ii. Zygotene:-
Ø गुणसूत्र का अधिक संघनन हो जाता है।
(The chromosomes become more condensed.)
Ø समजात गुणसूत्र एक – दूसरे के पास आकर युग्मन करके Synapsis बनाते हैं। दोनों के मध्य Syneptonemal complex बन जाता है।
(Homologous chromosomes pair with each other to form synapsis. Synaptonemal complex is formed between the both chromosomes.)
Ø समजात गुणसूत्रों के प्रत्येक युग्म को Bivalent कहते हैं।
(Each pair of homologous chromosomes is called bivalent.)
iii. Pachytene:-
Ø तुलनात्मक रूप से लम्बी प्रावस्था है।
(It is a comparatively long phase.)
Ø Bivalent गुणसूत्रों के विपाटन से 4 क्रोमेटिड्स बन जाते हैं। इसे Tetrad कहते हैं।
(Bivalent chromosomes split to form 4 chromatids. It is called Tetrad.)
Ø Non – sister क्रोमेटिड्स के मध्य recombination nodules बन जाती हैं जहाँ जीन विनिमय होता है।
(Recombination nodules are formed between non-sister chromatids where crossing over takes place.)
Ø जीन विनिमय में Recombinase एंजाइम की सहायता से आनुवंशिक पदार्थ का आदान – प्रदान होता है।
(In crossing over, genetic material is exchanged with the help of recombinase enzyme.)
iv. Diplotene:-
Ø Syneptonemal complex का अपघटन हो जाता है।
(Synaptonemal complex is decomposed.)
Ø समजात गुणसूत्र जीन विनिमय के स्थान को छोड़कर शेष जगहों से पृथक हो जाते हैं। इन X – आकृति की संरचनाओं को Chiasmata कहते हैं।
(Homologous chromosomes are separated from the rest of the sites except the place of crossing over. These X-shaped structures are called Chiasmata.)
Ø कुछ कशेरुकी जीवों की Oocytes में Diplotene कई महीनों या वर्षों तक गिरफ्तार रह सकती है।
(In the oocytes of some vertebrates, the diplotene can remain arrested for several months or years.)
v. Diakinesis:-
Ø Chiasmata समाप्त हो जाते हैं।
(Terminalization of chiasmata takes place.)
Ø गुणसूत्र पूर्णत्या सघनित हो जाते हैं।
(The chromosomes become completely condensed.)
Ø दोनों ध्रुवों से तर्कु तंतुओं की उत्पत्ति होती है।
(The spindle fibers originate from both the poles.)
Ø केन्द्रक झिल्ली व केन्द्रिका विलुप्त हो जाते हैं।
(The nuclear membrane and the nucleus disappear.)
2. Metaphase - I:-
· तर्कु तंतुओं का निर्माण हो जाता है।
(Spindle fibers are formed.)
· गुणसूत्र मध्य रेखा पर आकर व्यवस्थित हो जाते हैं।
(The chromosomes get arranged at the mid line.)
· तर्कु तन्तु समजात गुणसूत्रों के युग्म से जुड़ जाते हैं।
(The spindle fibers are attached to the pair of homologous chromosomes.)
3. Anaphase - I:- इस प्रावस्था में समजात गुणसूत्र एक - दूसरे से पृथक होकर विपरीत ध्रुवों की ओर जाने लगते हैं।
(In this phase the homologous chromosomes separate from each other and move towards opposite poles.)
4. Telophase - I:-
· केन्द्रक झिल्ली व केन्द्रिका पुन: प्रकट हो जाते हैं। जिससे 2 पुत्री केन्द्रक बनते हैं। इसे Diad कहते हैं।
(The nuclear membrane and nucleolus reappear. As a result 2 daughter nuclei are formed. This is called a Diad.)
· इसके पश्चात कोशिकाद्रव्य विभाजन हो भी सकता है और नहीं भी।
(After this, cytokinesis may or may not occur.)
विभाजनांतराल (Interkinesis):- Meiosis – I व Meiosis – II के मध्य एक छोटी अंतरावस्था होती हैं। इसमें DNA replication नहीं होता है। इसे विभाजनांतराल कहते हैं।
(There is a short interphase between Meiosis – I and Meiosis – II. There is no DNA replication in this phase. This is called interkinesis.)
Meiosis - II:-
· यह बिलकुल समसूत्री विभाजन के समान होती है।
(It is very similar to mitosis.)
· इसकी विभिन्न प्रावस्थाओं में होने वाली सभी क्रियाएँ समसूत्री विभाजन की विभिन्न प्रावस्थाओं में होने वाली क्रियाओं के समान होती हैं।
(All the activities that take place in its different phases are similar to those takes place in the different phases of mitosis.)