Synthetic and Natural Media Components
संश्लिष्ट व प्राकृतिक माध्यम घटक (Synthetic and Natural Media Components):-
संवर्धन माध्यम (Culture medium):-
पादप ऊत्तक संवर्धन में मुख्य रूप से 6 संवर्धन माध्यमों का उपयोग किया जाता है:-
(Mainly 6 culture media are used in plant tissue culture:-)
i. Gautheret’s medium (1942)
ii. Nitsch and Nitsch medium (1956)
iii. Murashige and Skoog medium or MS medium (1962)
iv. White medium (1963)
v. Gamborg’s medium or B5 medium (1968)
vi. Chu medium or N6 medium (1978)
नोट (Note):- वर्तमान में अधिकतर MS medium का ही पादप ऊत्तक संवर्धन में उपयोग किया जाता है।
(Mostly MS medium is currently used in plant tissue culture.)
रासायनिक संघटन (Chemical Composition):- एक आदर्श संवर्धन माध्यम में निम्न घटक होते हैं:-
(An ideal culture medium contain the following components:-)
1. अकार्बनिक पोषक (Inorganic Nutrients)
2. कार्बन व ऊर्जा स्त्रोत (Carbon and Energy source)
3. विटामिन (Vitamins)
4. पादप वृद्धि नियामक (Plant Growth Regulators)
5. जटिल कार्बनिक पदार्थ (Complex Organic material)
6. ठोसकारी कारक (Solidifying agents)
7. pH
1. अकार्बनिक पोषक (Inorganic Nutrients):-
2. कार्बन व ऊर्जा स्त्रोत (Carbon and Energy source):-
Ø सभी संवर्धन माध्यमों में सुक्रोज का उपयोग किया जाता है। सुक्रोज मुख्य कार्बन व ऊर्जा स्त्रोत है।
(Sucrose is used in all culture media. Sucrose is the main carbon and energy source.)
Ø पादप कोशिकाएं अन्य शर्कराओं का भी कार्बन व ऊर्जा स्त्रोत के रूप में उपयोग कर सकती हैं:-
(Plant cells can also use other sugars as carbon and energy source:-)
i. माल्टोज (Maltose)
ii. गैलेक्टोज (Galactose)
iii. लैक्टोज (Lactose)
iv. मैनोज (Manose)
3. विटामिन (Vitamins):-
Ø कैलस की सही तरीके से वृद्धि व विकास के लिए विटामिन्स की आवश्यकता होती है।
(Vitamins are needed for proper growth and development of callus.)
Ø संवर्धन माध्यम में 4 प्रकार के विटामिन्स डाले जाते हैं:-
(4 types of vitamins are added to the culture medium:-)
i. Inosetol
ii. Pyridoxine
iii. Thiamine
iv. Nicotinic acid
Ø उपरोक्त में से Thiamine अनिवार्य होता है जबकि शेष सहायक होते हैं।
(Of the above, thiamine is essential, while the others are helpful.)
4. पादप वृद्धि नियामक (Plant Growth Regulators):-
Ø अधिकतर Auxin व Cytokinin का उपयोग किया जाता है।
(Mostly Auxin and Cytokinin are used.)
Ø Auxin:-
i. IAA (Indole Acetic Acid)
ii. IBA (Indole Butyric Acid)
iii. NAA (Naphthalene Acetic Acid)
iv. 2,4-D (2,4-Dichlorophenoxy acetic acid)
v. 2,4,5-T (2,4,5-Trichlorophenoxy acetic acid)
vi. PIC (Picloram)
vii. PCPA (p – Chloro Phenoxy Acetic acid)
Ø Cytokinin:-
i. Kinetin
ii. Zeatin
iii. 2 – iP
iv. BA or BAP
v. Adenine
5. जटिल कार्बनिक पदार्थ (Complex Organic material):- जब संश्लिष्ट पोषकों से काम न चले तो इनका उपयोग किया जाता है। अर्थात इनका उपयोग कभी कभी किया जाता है।
(They are used when synthetic nutrients are not sufficient. That is, they are used sometimes.)
i. Coconut milk factor
ii. Yeast extract
iii. Casein hydrolysate
iv. Tomato sap
6. ठोसकारी कारक (Solidifying agents):-
Ø इसके लिए अगार – अगार का उपयोग करते हैं।
(For this we use Agar - Agar.)
Ø अगार – अगार समुंद्री खरपतवार से उत्पन्न होता है।
(Agar - Agar is produced by sea weed.)
Ø यह ठोस पदार्थ होता है।
(It is a solid substance.)
Ø यह उच्च अणुभार वाला पॉलीसैकेराइड है।
(It is a polysaccharide with high molecular weight.)
Ø माध्यम को ठोस बनाने की क्षमता रखता है।
(It has the ability to solidify the medium.)
Ø जल में घुलने पर यह जैल रूप में आ जाता है जो जल के अणुओं को बांधने व तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता रखता है।
(When dissolved in water, it comes in a gel form which has the ability to bind water molecules and absorb the elements.)
Ø अगार की सांद्रता जितनी अधिक होती है उतनी ही अधिक जल के अणुओं को बांधने की क्षमता पायी जाती है।
(The higher the concentration of agar, the greater is the ability to bind water molecules.)
Ø पादप ऊत्तक संवर्धन में अधिकतर डिफको बेक्टो अगार का 0.6 – 1.0% (w/v) का उपयोग करते हैं।
(0.6 - 1.0% (w / v) of Diffco Becto Agar is used in plant tissue culture.)
7. pH:-
Ø संवर्धन माध्यम की pH 5 – 6 के मध्य होनी चाहिए।
(The pH of the culture medium should be between 5 - 6.)
Ø 6 से अधिक pH पर माध्यम अधिक कठोर हो जाता है।
(At pH greater than 6, the medium becomes more rigid.)
Ø 5 से कम pH पर माध्यम अधिक पतला रह जाता है।
(At pH less than 5, the medium is more diluted.)
Ø 7 से अधिक व 4.5 से कम pH पर कर्तोत्तक की वृद्धि व विकास रुक जाते हैं।
(At more than 7 and less than 4.5 pH, the growth and development of explant are inhibited.)
Ø इसलिए सर्वोत्तम pH मान 6 है।
(Therefore the best pH value is 6.)
Ø संवर्धन माध्यम की pH को स्थिर रखने के लिए EDTA बफर का उपयोग किया जाता है।
(EDTA buffer is used to keep the pH of the culture medium constant.)
Ø संवर्धन माध्यम को निर्जमीकरण के लिए ऑटोक्लेव में 121ºC तापमान व 15psi दाब पर 20 मिनट तक रखते हैं।
(For sterilization the culture medium is kept in an autoclave for 20 minutes at 121ºC temperature and 15psi pressure.)
Ø अब इस ऑटोक्लेवित माध्यम में फिल्टरित रोगाणुरहित पादप वृद्धि नियामकों को 50 – 60ºC तापमान पर मिलाते हैं।
(Now in this autoclaved medium, the filtered sterilized plant growth regulators are mixed at a temperature of 50 - 60ºC.)
Ø इस प्रकार बने माध्यम को 4 – 10ºC तापमान पर भंडारित रखते हैं। भंडारित माध्यम को 4 - 5 दिन बाद उपयोग कर सकते हैं।
(The medium thus formed is stored at a temperature of 4 - 10ºC. Stored medium can be used after 4 - 5 days.)