Tissue Culture Techniques
UPDATED ON:- 01-01-2024
ऊत्तक संवर्धन तकनीक (Tissue Culture Technique):-
ऊतक संवर्धन आदर्श रूप से 7 चरणों में किया जाता है:-
(Tissue culture is ideally done in 7 steps: -)
1. कर्तोतक का चयन (Selection of Explant):-
• Explant (कर्तोतक):-
पौधे का वह भाग जिसे माध्यम पर संवर्धित करने के लिए चुना जाता है, कर्तोतक कहलाता है।
(The part of the plant which is selected for culturing on the medium is called explant.)
2. कर्तोतक का निर्जमीकरण (Sterilization of Explant):-
• कर्तोतक की सतह पर उपस्थित जीवाणुओं या कवकों के बीजाणुओं को नष्ट करने के लिए निम्न निर्जमीकारकों का उपयोग कर सकते हैं:-
(To destroy the spores of bacteria or fungi present on the surface of explant, the following sterilizing agents can be used:-)
i. NaOCl = 1-1.4%
ii. Ca (OCl)2 = 9-10%
iii. H2O2 = 10-12%
iv. AgNO3 = 1%
v. Hg2Cl2 = 0.01 - 1%
3. काँच के बर्तनों का निर्जमीकरण (Sterilization of Glasswares):-
• काँच के बर्तनों का ओवन में शुष्क गर्म हवा के द्वारा निर्जमीकरण किया जाता है।
(Glass wares are sterilised by dry hot air in the oven.)
4. संवर्धन माध्यम का निर्जमीकरण (Sterilization of Culture medium):-
• संवर्धन माध्यम को ऑटोक्लेव में 121°C ताप व 15 p.s.i. दाब पर 30 मिनट के लिए निर्जमीकृत किया जाता है। ऑटोक्लेव में गर्म भाप के द्वारा निर्जमीकरण होता है।
(The culture medium is sterilised at 121 ° C temperature and 15 p.s.i. pressure in autoclave for 30 minutes. Sterilization occurs by hot steam in the autoclave.)
5. माध्यम व कर्तोतक का स्थानांतरण (Pouring and Inoculation):-
• इनके लिए LAF केबिनेट का उपयोग किया जाता है। [LAF = Laminar Air Flow]
(The LAF cabinet is used for this step.)
• LAF में पहले 15 मिनट तक UV प्रकाश द्वारा आंतरिक वातावरण को निर्जमित किया जाता है।
(In LAF first of all the internal environment is sterilised by UV light for 15 minutes.)
• LAF में हवा HEPA फिल्टर से होकर उपयोगकर्ता की ओर बहती है।
(The air in the LAF flows through the HEPA filter to the user.)
[HEPA = High Efficiency Particulate Air]
• HEPA फिल्टर का छिद्र आकार 0.3µm होता है जिसमें से 99.97% वायुजनित कण नहीं गुजर सकते।
(The pore size of HEPA filter is 0.3µm through which 99.97% of airborne particles cannot pass out.)
• Pouring:- माध्यम को ऑटोक्लेव से निकालकर LAF केबिनेट में लाते हैं। अब माध्यम को संवर्धन पात्र में डालते हैं जिनमें कर्तोतक का संवर्धन करना होता है। इसे Pouring कहते हैं।
(The medium is removed from the autoclave and brought to the LAF cabinet. Now, we pour the medium in the culture vessel, in which the explant is to be cultured. This is called Pouring.)
• Inoculation:- जब माध्यम ठंडा होकर जम जाता है तो LAF केबिनेट में कर्तोतक को संवर्धन पात्र में माध्यम पर स्थानांतरित करते हैं। इसे Inoculation कहते हैं।
(When the medium cools and freezes, the explants are transferred on to the medium in the culture vessel. This is called Inoculation.)
6. ऊष्मायन (Incubation):-
• संवर्धन पात्रों को कॉटन प्लग से बंद करके इन्हें Incubator में रखा जाता है।
(Culture vessels are sealed with cotton plugs and placed in the Incubator.)
• Incubator में ताप, प्रकाश व आर्द्रता की अनुकूलित मात्रा कर्तोतक को दी जाती है।
(A suitable amount of temperature, light and humidity is provided to the explant in the incubator.)
• कुछ सप्ताहों में कर्तोतक से पौध तैयार हो जाती है।
(In a few weeks, the seedlings are developed from explants.)
7. दृढ़ीकरण व अनुकूलन (Hardening and Acclimatization):-
• पौधे को Incubator के अनुकूलित वातावरण से निकालकर green house में स्थानांतरित किया जाता है। जहां पौधे को कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है।
(The plant is removed from the adapted environment of the incubator and transferred to the green house. Where the plant has to face some adverse conditions.)
• 15 – 20 दिनों में पौधे green house के वातावरण में अनुकूलित हो जाते है।
(Plants adapt to the green house environment in 15 - 20 days.)
• अब इन्हें खेत की मृदा में स्थानांतरित करते हैं। यहाँ कुछ दिनों में पौधे अनुकूलित हो जाते है।
(Now they are transferred to the soil of the field. Here the plants get adapted in a few days.)