2018-19 Solved Old Paper (PBG - 4321)
1. Seed:-
Agronomical Definition:- The living organ of the crop in a reduced or undeveloped form which is used for propagation, it means to grow a new crop, is called seed.
Botanical Definition:- The fertilized ovule which contains intact embryo, stored food and seed coat, is called seed. The seed is viable, means a new plant develops from its germination.
बीज:-
सस्यवैज्ञानिक परिभाषा:- ह्रासित या अविकसित रूप में फसल का जीवित अंग जिसे प्रवर्धन के लिए अर्थात नई फसल उगाने के लिए उपयोग किया जाता है, बीज कहलाता है।
वानस्पतिक परिभाषा:- निषेचित बीजाण्ड जिसमें साबुत भ्रूण, संग्रहित भोजन व बीज चोल पाये जाते हैं, बीज कहलाता है। बीज जीवनक्षम होता है अर्थात इसके अंकुरण से नया पौधा विकसित होता है।
2. Hybrid variety:- Some crop plants are hybrid plants, derived from F1 hybrid seed, and valued because of enhanced yield.
- Hybrid varieties were the first to exploit heterosis in maize in India. The first hybrid varieties in maize were released in 1961 when four hybrids, viz., Ganga 1, Ganga 101, Ranjit and Deccan, were released for cultivation. All these hybrids are double crosses.
- Hybrid seed are to replaced every year to retain hybrid vigour, thereby having Seed Replacement rate to 100%.
संकर किस्म:- कुछ फसली पौधे संकर पौधे होते हैं, जो F1 संकर बीज से प्राप्त होते हैं, और बढ़ी हुई उपज के कारण मूल्यवान होते हैं।
- भारत में मक्का में हेटेरोसिस का करके पहली संकर किस्में विकसित की गई थीं। मक्का में पहली संकर किस्में 1961 में जारी की गईं, जब चार संकर, जैसे, गंगा 1, गंगा 101, रंजीत और डेक्कन को खेती के लिए विमोचित किया गया। ये सभी संकर डबल क्रॉस थे।
- संकर ओज को बनाए रखने के लिए प्रति वर्ष संकर बीजों को बदला जाता है, जिससे बीज प्रतिस्थापन दर 100% हो जाती है।
3. Foundation seed:-
- It is produced by the propagation of breeder seed.
- They are also called mother seeds. Because certified seed is produced from foundation seed in India.
- Production of foundation seed is done by NSC (National Seed Corporation).
- Its genetic purity is 99.5% - 99.9%.
- Its physical purity is 98%.
- These seeds are certified by SSCA.
- White tag is used on its packets.
आधार बीज:-
- इसका उत्पादन प्रजनक बीज के प्रवर्धन से होता है।
- इन्हें मातृक बीज (Mother seed) भी कहते हैं। क्योंकि भारत में आधार बीज से ही प्रमाणीकृत बीज का उत्पादन किया जाता है।
- आधार बीज के उत्पादन का कार्य NSC (National Seed Corporation) के द्वारा किया जाता है।
- इनकी आनुवंशिक शुद्धता 99.5% - 99.9% होती है।
- इनकी भौतिक शुद्धता 98% होती है।
- इन बीजों का प्रमाणीकरण SSCA के द्वारा किया जाता है।
- इनके पैकेट पर White tag का उपयोग किया जाता है।
4. Seed marketing:- To arrange the production of seeds according to the demand and distribution of seeds on the basis of need, so that every farmer can get the required high quality seeds at reasonable prices.
बीज विपणन:- माँग के अनुसार बीज का उत्पादन तथा आवश्यकता के आधार पर बीज का वितरण करने के लिए एक ऐसी व्यवस्था करना जिससे प्रत्येक किसान को आवश्यकतानुसार उच्च गुणवत्ता सम्पन्न बीज उचित मूल्य पर सुलभता से मिल सके।
5. Inbred:- It is homozygous genotype produced by repeated selfing with selection over several generations in cross pollinated crops. It is a breeding material for hybrid seed production. It is maintained by repeated selfing of selected plants.
अंत:प्रजात:- यह समयुग्मजी जीनप्रारूप है जो परपरागित फसलों में कई पीढ़ियों तक वरण के साथ बार-बार स्वपरागण द्वारा विकसित होता है। यह संकर बीज उत्पादन के लिए प्रजनन सामग्री है। यह वरित पौधों के पुनरावर्तित स्वपरागण द्वारा अनुरक्षित किया जाता है।
6. Isolation distance:- It is the minimum separation required between two or more varieties of the same species for the purpose of keeping seed purity.
- Isolation distance is used to prevent contamination by the following three factors:-
i. Contamination by undesired pollination
ii. Mixing with other seeds at the time of harvesting and threshing
iii. Spread of diseases
- The isolation distance is determined by the type of pollination. Isolation distance varies in foundation seed production and certified seed production for each seed crop.
पृथक्करण दूरी:- यह बीज की शुद्धता बनाए रखने के उद्देश्य से एक ही जाति की दो या दो से अधिक किस्मों के बीच आवश्यक न्यूनतम पृथक्करण है।
- निम्न तीन कारकों द्वारा संदूषण को रोकने के लिए पृथक्करण दूरी का उपयोग किया जाता है:-
i. अवांछित परपरागण द्वारा संदूषण
ii. कटाई व गहाई के समय अन्य बीजों से मिश्रण
iii. रोगों का फैलाव
- पृथककरण दूरी परागण के प्रकार द्वारा निर्धारित होती है। प्रत्येक बीज फसल के लिए आधार बीज उत्पादन व प्रमाणीकृत बीज उत्पादन में पृथक्करण दूरी अलग – अलग होती है।
7. Patent:- It is a government grant to an inventor of the right to exclude others from making, using, or selling an invention, usually for a limited period.
एकस्व:- यह एक आविष्कारक को एक सरकारी अनुदान है जो आम तौर पर सीमित अवधि के लिए आविष्कार करने, उपयोग करने या बेचने से दूसरों को रोकता है।
8. Grading:- Separattion unwanted small seeds on the basis of thier size is called as grading. It requires different types of separators to removes weed and broken and undesirable seeds.
श्रेणीकरण:- अवांछित छोटे बीजों को उनके आकार के आधार पर अलग करना श्रेणीकरण कहलाता है। खरपतवार और टूटे और अवांछित बीजों को हटाने के लिए इसे विभिन्न प्रकार के विभाजकों की आवश्यकता होती है।
9. Physical purity:- It is the freedom of crop seeds from other crop seeds, weed seeds and inert matter. Physical purity percentage can be calculated using the following formula:-
भौतिक शुद्धता:- यह फसल बीज की अन्य फसल बीजों, खरपतवार बीजों व अक्रिय पदार्थों से मुक्तता है। निम्न सूत्र के उपयोग से भौतिक शुद्धता प्रतिशत निकाल सकते हैं:-
10. Working sample:- This is a small amount of seeds taken from submitted sample and is used for quality testing inside the laboratory.
कार्यकारी नमूना:- यह submitted sample का एक छोटा भाग है जिससे गुणवत्ता परीक्षण किए जाते है। यह प्रयोगशाला में लिया जाता है। इसका सामान्य भार 25 ग्राम होता है।
11. Biodiversity:- It is the variability among species of plants, animals and microorganisms.
The Convention on Biological Diversity (CBD) was negotiated and signed by nations at the Earth Summit at Rio de Janeiro in Brazil on June 5, 1992. The convention came into force on December 29, 1993. India became a party to the convention on February 18, 1994. At the present, there are 196 Parties to this Convention.
जैवविविधता:- यह पौधों, जंतुओं और सूक्ष्मजीवों की जातियों में उपस्थित विविधता है।
5 जून 1992 को ब्राजील के रियो डी जनेरियो में पृथ्वी शिखर सम्मेलन में जैव विविधता पर कन्वेंशन (CBD) पर बातचीत और हस्ताक्षर किए गए थे। यह सम्मेलन 29 दिसंबर, 1993 को लागू हुआ। भारत 18 फरवरी 1994 को सम्मेलन का एक सदस्य बन गया था। वर्तमान में, इस कन्वेंशन के 196 सदस्य देश हैं।
12. Grow out test:- In this test, test samples and standard samples are grown together in the field. The morphological characteristics of both are compared during the entire growth period from seed germination to the complete maturation stage. Genetic purity is calculated by finding the percentage of similar traits.
ग्रो आउट परीक्षण:- इस परीक्षण में परीक्षण नमूने व मानक नमूने को साथ – साथ खेत में उगाया जाता है। बीज अंकुरण से लेकर सम्पूर्ण परिपक्व अवस्था तक सम्पूर्ण वृद्धि काल के दौरान दोनों के आकारिकीय लक्षणों की तुलना की जाती है। एक समान लक्षणों का प्रतिशत निकालकर आनुवंशिक शुद्धता की गणना करते हैं।
13. Nucleus seed:-
- These are the purest seeds produced directly by plant breeders.
- They are very pure and expensive, hence produced in very small quantities.
- Their genetic purity is 100%.
- These seeds do not require certification.
- No tag is used for these seeds.
नाभिक बीज:-
- ये सर्वाधिक शुद्ध बीज होते हैं जिन्हें प्रत्यक्ष रूप से पादप प्रजनक के द्वारा उत्पादित किया जाता है।
- ये बहुत अधिक शुद्ध व महंगे होते हैं, इसलिए बहुत कम मात्रा में उत्पादित होते हैं।
- इनकी आनुवंशिक शुद्धता 100% होती है।
- इन बीजों को प्रमाणीकरण की आवश्यकता नहीं होती है।
- इनके लिए किसी भी tag का उपयोग नहीं किया जाता है।