Growth Analysis: Definitions and Mathematical Formulae, Role of Growth Parameters in Crop Productivity

UPDATED ON:- 01-01-2024

वृद्धि विश्लेषण: परिभाषा और गणितीय सूत्र, फसल उत्पादकता में वृद्धि मापदंडों की भूमिका (Growth Analysis: Definition and Mathematical Formulae, Role of Growth Parameters in Crop Productivity):-

परिभाषा (Definition):-

वृद्धि विश्लेषण (Growth analysis):-  

वृद्धि विश्लेषण फसल पौधों की वृद्धि और विकास पर वातावरणीय प्रभावों की गणितीय अभिव्यक्ति है। यह पौधे की वृद्धि और वातावरण के मध्य जटिल अंतःक्रियाओं का अध्ययन करने में एक उपयोगी उपकरण है।

(Growth analysis is a mathematical expression of environmental effects on growth and development of crop plants. This is a useful tool in studying the complex interactions between the plant growth and the environment.)

गणितीय सूत्र (Mathematical Formulae):-

1. Leaf Area Index (LAI):- 

धरातल के प्रति इकाई सतह क्षेत्रफल पर हरी पर्ण का क्षेत्रफल LAI कहलाता है। इसे विलियम्स ने 1946 में दिया था।

(Green leaf area per unit ground surface area is called leaf area index. It was given by Williams in 1946.)

2. Leaf Area Ratio (LAR):- 

पौधे के प्रति इकाई शुष्क भार पर हरी पर्ण का क्षेत्रफल LAR कहलाता है। इसे रेडफोर्ड ने 1967 में दिया था।

(Green leaf area per unit dry weight of plant is called leaf area ratio. It was given by Radford in 1967.)

3. Absolute Growth Rate (AGR):- 

प्रति इकाई समय में पौधे के शुष्क भार में वृद्धि को AGR कहा जाता है।

(Increase of plant dry weight in per unit of time is called absolute growth rate.)

4. Crop Growth Rate (CGR):- 

प्रति इकाई समय में प्रति इकाई भूमि क्षेत्रफल में पौधे के शुष्क भार की वृद्धि को CGR कहा जाता है। इसे वाटसन ने 1956 में दिया था।

(Increase of plant dry weight per unit ground area in per unit of time is called crop growth rate. It was given by Watson in 1956.)

5. Ralative Growth Rate (RGR):- 

प्रति इकाई समय में पौधे के शुष्क भार में प्रति इकाई प्रारंभिक शुष्क भार की वृद्धि को RGR कहा जाता है। इसे ब्लैकमैन ने दिया था।

(Increase of plant dry weight per unit initial dry weight in per unit of time is called relative growth rate. It was given by Blackman.)

6. Harvest Index (HI):- 

अनाज व कुल प्ररोह शुष्क भार के अनुपात को HI कहा जाता है। यह 1951 में निचिपोरोविच द्वारा दिया गया था।

(The ratio of grain to total shoot dry weight is called harvest index. It was given by Nichiporovich in 1951.)

7. Crop Index (CI):- 

अनाज व अपशिष्ट भार के अनुपात को CI कहा जाता है।

(The ratio of grain to straw weight is called crop index.)


फसल उत्पादकता में वृद्धि मानकों की भूमिका (Role of Growth Parameters in Crop Productivity):- 

पौधों की सही प्रकार वृद्धि से फसल की उत्पादकता बेहतर होती है और फसल कटाई की अवधि के दौरान बेहतर उपज में भी वृद्धि होती है। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने में भी मदद मिलती है।

(Proper plant growth leads to better crop productivity and also enhance a better yield during the harvest period. This also helps to improve the economic condition of farmers.)


कुछ वृद्धि पैरामीटर हैं: (Certain growth parameter are:)

Ø Respiration (श्वसन)

Ø Plant hormone (पादप हार्मोन)

Ø Plant hormone activity (पादप हार्मोन सक्रियता)

Ø Photosynthesis (प्रकाश संश्लेषण)

Ø Photoperiodism (दीप्तिकालिता)

Ø Photo morphogenesis (प्रकाश आकारिकी जनन)

Ø Circadian rhythms (सर्केडियन ताल)

Ø Environmental stress physiology (वातावरणीय तनाव कार्यिकी)

Ø Seed germination (बीज अंकुरण)

Ø Dormancy (प्रसुप्ति)

Ø Transpiration rate (वाष्पोत्सर्जन दर)

Ø Stomata function (रंध्रों के कार्य)

Ø Soil fertilizer enrichment (मृदा उर्वरक प्रचुरता)

Ø Harvest Index (कटाई सूचकांक)

Ø Water use efficiency (जल उपयोग दक्षता)

Ø Nutrient use efficiency (पोषक उपयोग दक्षता)

उपरोक्त पैरामीटर व्यवस्थित तरीके से पौधे की वृद्धि को प्रभावित करते हैं।

(The above parameter influence the plant growth in systematized way.)